अगर आप डिजिटल मार्केटिंग से परिचित हैं तो आपने PPC मार्केटिंग का भी नाम जरूर सुना होगा, अगर आप अच्छी तरह से यह समझना चाहते हो तो यह आर्टिकल सिर्फ आप के लिए है क्यूंकि इस आर्टिकल में मैंने PPC क्या है? और यह कैसे काम करता है इन सभी सवालों का जवाब दिया है.
अगर आपका बिज़नेस है या फिर आप किसी बिज़नेस को आगे बढ़ाना चाहते हो तो आपको PPC Advertising से पूरी तरह से समझना होगा क्यूंकि आज के समय में कई बिज़नेस इस मार्केटिंग मॉडल का इस्तेमाल करके अपने बिज़नेस का प्रॉफिट बना रही है.
तो चलिए समझते हैं PPC मार्केटिंग क्या होता है?
PPC मार्केटिंग मॉडल क्या है? – PPC (Pay-Per-Click) Marketing Kya Hai?
PPC का फुल फॉर्म होता है पे-पर-क्लिक (Pay-Per-Click) अर्थात Ad पर होने वाले हर एक क्लिक के बाद पैसों का भुगतान करना.
PPC एक इंटरनेट मार्केटिंग का हिस्सा है जिसमे लोग अपने बिज़नेस या वेबसाइट को प्रमोट करने लिए Google Ads का इस्तेमाल करके Ad बनाते हैं और फिर वह Ad अलग अलग वेबसाइट और गूगल पर दिखाई देता है और जब कोई भी उस Ad पर क्लिक करता है तो जिसका Ad होता है वह हर एक क्लिक होने पर गूगल को पैसे देता है.
आपने हर एक वेबसाइट पर भी Ad जरुर देखा होगा अगर आप उसपर क्लिक करोगे तो जिस कंपनी का Ad है वह गूगल को हर एक क्लिक के पैसे देगा.
इसे ही PPC मार्कटिंग कहा जाता है, वैसे Google Ad के अलावा भी कई सारी कंपनियां हैं जो की PPC मार्केटिंग मॉडल पर काम करती है.
चलिए एक आसान उदाहरण से समझते हैं.
मान लो आपका “डिजिटल मार्केटिंग कोर्स” है और आप बाकी लोगों तक अपना कोर्स पहुँचाना चाहते हो तो इसके लिए आप दो तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हो एक Organic दूसरा Inorganic.
आर्गेनिक में आप बिना पैसे खर्च किये SEO, सोशल मीडिया, और यूट्यूब का इस्तेमाल करके अपने कोर्स को प्रोमोट कर सकते हो.
Inorganic में आप पैसे खर्च करके Ad चला सकते हो जैसे की PPC Ad जिसे आप Google Ads की मदद से चला सकते हो.
मान लो आप चाहते हो की जब भी कोई गूगल पर “डिजिटल मार्केटिंग कोर्स” कीवर्ड सर्च करे तो आपका Ad वहां पर दिखाई देना चाहिए इसके लिए आप गूगल Ad पर PPC Ad बनाओगे.
अब आप PPC Ad चलाने के लिए गूगल Ad पर अपना Ad कैंपेन बनाओगे और फिर आपका Ad चालू हो जाएगा.
अब जब भी कोई गूगल या यूट्यूब पर “डिजिटल मार्केटिंग कोर्स” सर्च करेगा और अगर आपके Ad का क्वालिटी स्कोर बाकियों से अच्छा है तो आपका Ad सबसे ऊपर दिखाई देगा और जब कोई विजिटर आपके उस Ad पर क्लिक करेगा तो आपको कुछ पैसे गूगल को देने होंगे.
लेकिन इसमें आपका क्या फायदा है?
इसमें आपका फायदा यह है की जब भी कोई विजिटर आपके Ad पर क्लिक करेगा तो मान लो एक क्लिक का 200 रूपये लगा लेकिन वह विजिटर आपके वेबसाइट पर आकर आपका 5000 रुपये का कोर्स खरीद लिया तो इसमें आपका ही फायदा है.
अगर आप यह नहीं जानते की गूगल Ads क्या होता है तो चलिए यह भी जान लेते हैं.
गूगल Ads क्या है? यह कैसे काम करता है?
गूगल Ads दुनिया का सबसे प्रषिद्ध PPC Advertising प्लेटफार्म है जहां कई सारे बिज़नेस अपने प्रोडक्ट या सर्विस को प्रोमोट करते हैं.
जब भी कोई बिज़नेस गूगल Ads पर कोई Ad कैम्पेन चलाता है तो उसका Ad गूगल, अलग अलग वेबसाइट जो की गूगल के पार्टनर हैं, गूगल के अन्य प्रॉपर्टी जैसे की App और यूट्यूब पर दिखाई देता है.
जब आप कोई Ad कैम्पेन चलाते हो तो आप अकेले नहीं होते हैं आपके साथ आपके कॉम्पिटिटर्स भी आपके ही कीवर्ड से जुड़े Ad कैम्पेन चलाते है इसलिए जिस कीवर्ड पर कम्पटीशन ज्यादा होता है उसमे आपको एक क्लिक के लिए सबसे अधिक पैसे देने होते हैं.
लेकिन अगर आपका Ad Rank आपके सभी competitors से बढ़िया है तो आपका एक क्लिक का पैसा बाकियों के मुकाबले कम खर्च होगा और आपका Ad सबसे ऊपर भी दिखाई देगा.
लेकिन यह Ad Rank क्या है? चलिए यह भी जानते हैं.
Ad Rank एक मेट्रिक है जिसका इस्तेमाल करके गूगल सभी के Ad की रैंकिंग पोजीशन को सेट करता है.
Ad Rank मुख्यतः दो पहलू से कैलकुलेट किया जाता है:
1) बिड (Bid2)
2) क्वालिटी स्कोर (Quality Score)
बिड (Bid): बिड का अर्थ होता है की एक एक advertiser अपने Ad पर क्लिक करने के लिए अधिक से अधिक कितना रुपया देना चाहता है, इसलिए Insurance और टेक्नोलॉजी फील्ड में बिड सबसे अधिक होता.
क्वालिटी स्कोर: क्वालिटी स्कोर को कैलकुलेट करने के लिए कई मुख्यतः तीन पहलू पर गूगल नज़र रखता है
1) कीवर्ड की योग्यता – आपका कीवर्ड पर कितने लोग सर्च करते हैं और क्या उपयोग लायक है
2) लैंडिंग पेज क्वालिटी – जब विजिटर आपके लैंडिंग पेज पर जाएंगे तो क्या उन्हें वैल्यू मिलेगा
3) आपके Ad कैम्पेन की क्वालिटी – आपने जो Ad बनाया है वह कितना सही और अट्रैक्टिव है
अब क्यूंकि आपका पूरा Ad कीवर्ड पर निर्भर होता है इसलिए आपको सही तरीके से कीवर्ड रिसर्च भी करना चाहिए.
PPC कीवर्ड रिसर्च कैसे करें?
अगर आप “डिजिटल मार्केटिंग कोर्स” कीवर्ड पर अपना Ad चलाना चाहते हो तो आपको आपको उसी से सम्बंधित कीवर्ड भी रिसर्च करना चाहिए और उसे Ad कैम्पेन में जोड़ना चाहिए.
लॉन्ग टेल कीवर्ड : जब भी आप कीवर्ड रिसर्च करें तो आपको लम्बे कीवर्ड भी रिसर्च करना चाहिए जैसे की “डिजिटल मार्केटिंग कोर्स कैसे करें?” यह कीवर्ड थोड़ा लम्बा है और लोग इसे इसलिए सर्च कर रहे हैं ताकि उन्हें डिजिटल मार्केटिंग कोर्स कैसे किया जाए इसकी जानकारी मिल जाए.
आपको अपने Ad कैम्पेन में सिर्फ ऐसे कीवर्ड शामिल करना चाहिए जो की आपके Ad से पूरी तरह से संबधित हो नहीं तो अगर आप गलत कीवर्ड Ad कैम्पेन में शामिल करोगे तो उसी गलत कीवर्ड पर आपका Ad लोगों को दिखाई देगा इससे आपको कोई फायदा नहीं होगा.
PPC कैम्पेन मैनेज कैसे करें?
अगर आप अपने PPC कैम्पेन को सही तरीके से मैनेज नहीं करोगे तो आपको आपका सारा पैसा बेकार चला जाएगा इसलिए निचे बताये गए नियमों के हिसाब से अपने कैम्पेन को सेट करें.
कीवर्ड जोड़े: यह सुनिश्चित करें की आपने जिस भी कीवर्ड को कैम्पेन में जोड़ा है वह आपके बिज़नेस से जुड़ा हो.
नेगेटिव कीवर्ड जोड़ें: अगर आप किसी कीवर्ड पर अपना Ad कैम्पेन लोगों को नहीं दिखाना चाहते हो तो आप उस कीवर्ड को नेगेटिव कीवर्ड लिस्ट में जोड़ सकते हो जिससे उस कीवर्ड पर आपका Ad नहीं दिखाई देगा.
महंगे कीवर्ड हटा दें: अगर आप चाहते हैं की महंगे कीवर्ड पर आपका Ad ना दिखे तो आपको महंगे कीवर्ड हटा देना चाहिए.
लैंडिंग पेज: जब भी विजिटर आपके Ad पर क्लिक करने के बाद जिस भी लैंडिंग पेज पर जाएंगे तो उनको वह चीज या जानकरी वहां जरुर होना चाहिए नहीं तो वे वापस चले जाएंगे.
हमें आशा है की यह आर्टिकल पढ़ने के बाद आपके सवाल PPC मार्केटिंग मॉडल क्या है? (PPC Marketing Kya Hai) इसका जवाब आपको अच्छे से मिल गया होगा तो देर किस बात की ऊपर बताये की तरीकों को सीख कर आप PPC मार्केटिंग में महारथ हासिल कर सकते हो.
विकास तिवारी पिछले 3 सालों से पैसे कैसे कमाएं, बिज़नेस आइडियाज, और इंटरनेट से जुडी जानकारी आप सभी के साथ साझा कर रहे हैं। किसी भी टॉपिक को आसान भाषा में बताना इन्हें अच्छा लगता है।