बेहतर क्या है, SEO या PPC? [2022] | What is Best SEO vs PPC in Hindi?

आज के समय में आपका बिज़नेस ऑनलाइन होना जरुरी है क्यूंकि लोग ज्यादातर अपना समय इंटरनेट पर बिताते हैं और कोई भी प्रोडक्ट का सर्विस लेने के लिए लोग ऑनलाइन गूगल पर सबसे अधिक सर्च करते हैं इसलिए यह जरुरी है की आपके प्रोडक्ट और सर्विस की जानकारी को लोगों तक पहुँचाने लिए आप सर्च इंजन का इस्तेमाल करें.

अगर आप अपने वेबसाइट या फिर ब्लॉग को गूगल के पहले पेज पर रैंक कराओगे तभी लोग आपके वेबसाइट पर आएंगे और आपके प्रोडक्ट, सर्विस, या ब्लॉग के बारे में और अधिक जानेंगे लेकिन वेबसाइट और ब्लॉग को सर्च इंजन जैसे की गूगल पर रैंक कराने के लिए आपको इस्तेमाल करना पड़ता है SEO का, अगर आप यह नहीं जानते हैं की SEO क्या होता है? तो इस ब्लॉग को जरूर पढ़े – SEO क्या है? 7 मिनट में सीखो 

उसी तरह गूगल पर रैंक करने के लिए कई लोग PPC Ad भी चलाते हैं जिससे लोगों के वेबसाइट पर ट्रैफिक आता है, हालाँकि आप SEO से ट्रैफिक लाने के लिए बहुत कम या पैसे खर्च करने की जरूरत ही नहीं पड़ती लेकिन PPC Ads से वेबसाइट पे ट्रैफिक लाने के लिए काफी ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ते हैं.

लेकिन हर एक का अपना अपना नुक्सान और फायदा है तो चलिए अच्छे से समझते हैं की वेबसाइट या ब्लॉग पर ट्रैफिक लाने के लिए बेहतर क्या है, SEO या PPC? – What is Best SEO vs PPC in Hindi?

वेबसाइट या ब्लॉग पर ट्रैफिक लाने के लिए बेहतर क्या है, SEO या PPC? – What is Best SEO vs PPC in Hindi?

चलिए सबसे पहले यह समझते हैं की SEO क्या होता है?

SEO क्या है? – What is SEO in Hindi?

SEO (Search Engine Optimization) कई क्रियाओं का समूह है जिसका इस्तेमाल करके वेबसाइट या ब्लॉग को सर्च इंजन रिजल्ट पेज (SERP) पर रैंक किया जाता है और फिर वहीँ से हमारे वेबसाइट पर आर्गेनिक ट्रैफिक आता है.

SEO का इस्तेमाल कब करें? – When to Use SEO in Hindi?

अधिक ROI लाने के लिए 

SEO का इस्तेमाल मुख्य रूप से कम खर्चे में ज्यादा ट्रैफिक लाने के लिए किया जाता है जिससे आपके इन्वेस्टमेंट का पूरा रिटर्न आपको मिल जाता है यह PPC जैसा नहीं हैं जिसमे आपको ट्रैफिक लाने के लिए पैसे लगाने पड़ते हैं। 

कम खर्चे 

अगर आप अपने वेबसाइट पर ट्रैफिक लाना चाहते हैं और आपके पास बहुत अधिक पैसे खर्च करने के लिए नहीं हैं तो आप SEO के जरिये मुफ्त में अपने वेबसाइट में ट्रैफिक ला सकते हो लेकिन इस प्रोसेस में 2-6 महीनों का समय लग सकता है.

Brand जागरूकता बढ़ाने के लिए 

अगर आप अपने ब्रांड के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाना चाहते हो तो आपको SEO का इस्तेमाल जरूर से करना चाहिए क्यूंकि यह PPC के मुकाबले ज्यादा किफायती होता है.

विश्वास बढ़ाने के लिए 

अगर आपका वेबसाइट या ब्लॉग SERP के पहले पेज पर रैंक हो जाता है तो लोग आपके ब्रांड पर ज्यादा विश्वास करते हैं बजाये इसके की आप PPC Ad चला रहा हैं जिसमें आपका पैसा भी खर्च होता है.

स्थिरता पाने के लिए 

अगर आप SEO का प्रयास लगाना बंद भी कर देते हो तो भी आपके वेबसाइट या ब्लॉग पर लम्बे समय तक ट्रैफिक आते रहता है बजाये PPC के जिसमें जब तक आप पैसे लगा रहे हो तभी तक ट्रैफिक आता है.
चलिए अब PPC को समझ लेते हैं.

PPC क्या है? – What is PPC Marketing Model in Hindi?

PPC (Pay Per Click) एक ऐसा तरीका है जिसमें advertiser अपने Ad पर जो की SERP पर आर्गेनिक रिसल्ट के ऊपर आता है उसपर क्लिक होने के बाद हर एक क्लिक के पैसे गूगल को या जिसकी सर्विस ले रहे हैं उसको देते हैं.

PPC Ad का इस्तेमाल कब करें? – When to Use PPC Ad in Hindi?

ब्रांड का विचार बढ़ाने के लिए 

अगर आप अपने ब्रांड के छवि लोगों के बीच बढ़ाना चाहते हैं तो PPC आपके लिए सबसे अच्छा तरीका हो सकता है लेकिन इसमें आपको पैसे खर्च करने पड़ते हैं.

खास ऑडियंस को लक्षित करने के लिए 

अगर आप किसी ख़ास ऑडियंस को उसके उम्र, लोकेशन, और समय या फिर किसी भी डाटा के अनुसार अपना Ad दिखाना चाहते हो तो आप यह काम PPC Ad के मदद से कर सकते हो.

जल्दी दिखने के लिए 

अगर आप चाहते हैं की यह चाहते हैं की लोग आपके ब्रांड को जल्दी से जानने लगें तो PPC Ad आपके लिए सबसे सही विकल्प साबित होगा बजाये SEO के जिसमें आपको पैसे तो खर्च नहीं करने पड़ते लेकिन समय बहुत ज्यादा लग सकता है.

SEO और PPC के बीच क्या अंतर् है? – Difference Between SEO & PPC in Hindi?

वैसे तो SEO और PPC के बीच कई सारे अंतर् हैं लेकिन सबसे महत्वपूर्ण नीचे बताये गए हैं:

प्लेसमेंट लागत

PPC: अगर आप गूगल के सर्च इंजन रिजल्ट पेज पर (SERP) पर सबसे ऊपर रैंक करना चाहते हैं तो PPC Ad में आपको बहुत अधिक पैसे खर्च करने पड़ते हैं.

SEO: लेकिन अगर आपको SEO का इस्तेमाल करके गूगल के सर्च इंजन रिजल्ट पेज पर (SERP) पर सबसे ऊपर रैंक करना है तो इसके लिए आपको लगभग 0 रुपये खर्च करने होंगे

सर्च इंजन रिजल्ट पेज (SERP) पर प्लेसमेंट

PPC: PPC Ad सर्च इंजन रिजल्ट पेज पर SEO रिसल्ट से सबसे ऊपर रैंक होता है.

SEO: SEO के द्वारा रैंक हुआ वेबसाइट SERP पर PPC Ad के निचे दिखाई देता है.

SERP में व्याप्त स्थान की मात्रा

SERP पर PPC Ad से चलने वाले कैंपेन की संख्यां 2-4 के बीच में होती है इसके अलावा हर एक रिसल्ट SEO का ही होता है.

SERP पर रैंक होने का समय 

PPC: अगर आप PPC Ad का इस्तेमाल करके अपने वेबसाइट को SERP पर रैंक करना चाहते हैं तो आप कैंपेन शुरू होने के 1 घंटे में ही रैंक कर सकते हो.

SEO: अगर आप SEO का इस्तेमाल करके अपने वेबसाइट को SERP पर रैंक करना चाहते हैं तो आपके niche के अनुसार 2-6 महीनों का समय लग सकता है.

SEO & PPC के क्या फायदे और नुक्सान हैं? – Pros & Cons of SEO & PPC in Hindi?

SEO के फायदे? – Advantage of SEO in Hindi?

ब्रांड विश्वास में सुधार: कई यूजर SERP पर Ad के बजाये आर्गेनिक रिसल्ट पर भरोसा करके क्लिक करना ज्यादा पसंद करते हैं क्यूंकि वो सभी रिसल्ट SEO के जरिये आता है इसलिए यूजर को उसपर ज्यादा विश्वास रहता है.

प्रभावी लागत: भले ही SEO से रिसल्ट आने में अन्य मार्केटिंग स्ट्रेटेजी के मुकाबले ज्यादा समय लगता है लेकिन SEO से आपका सारा पैसा वसूल हो जाता है बिना कुछ खर्च किये. 

लंबे समय तक चलने वाली ब्रांड जागरूकता: हालाँकि की SERP पर पहले स्थान पर रैंक करने में थोड़ा समय लगता है लेकिन एक बार रैंक होने के बाद आपका वेबसाइट लम्बे समय तक लोगों के नज़र में आता है.

बेहतर ROI: SEO का इस्तेमाल करके रिसल्ट लाना मुफ्त होता है इसलिए इससे आपको काफी बेहतर ROI (Return On Investment) मिल जाता है.

SEO के नुक्सान? – Disadvantages of SEO in Hindi?

समय लगता है: SEO का इस्तेमाल करके आप मुफ्त में रिसल्ट ला सकते हैं लेकिन यह एक समय लगने वाला प्रोसेस है इसका इस्तेमाल करके आपको वेबसाइट या ब्लॉग को रैंक कराने के लिए 2-6 महीनों का या उससे भी अधिक समय लग सकता है.

लम्बा चलने वाला प्रोसेस : SEO ऐसा नहीं है की एक दिन आपने काम किया उसके दूसरे दिन आराम इसमें आपको लगातार काम करते रहना पड़ता है.

PPC के फायदे? – benefits of PPC in Hindi?

Visibility बढ़ाता है: गूगल आर्गेनिक रिसल्ट के ऊपर PPC Ad दिखाता है इसलिए लोग इसे ज्यादा देखते हैं.

तेज और निश्चित परिणाम: एक बार जब आपका PPC कैंपेन शुरू हो जाता है उसके बाद आप तुरंत ही क्लिक्स और impression का परिणाम देख सकते हैं.

लक्षित मार्केटिंग: आप PPC का इस्तेमाल करके अपने मुताबित कस्टमर को टारगेट कर सकते हो.

मार्केटिंग रणनीति पर आपका पूर्ण नियंत्रण: PPC Ad में आप अपने हिसाब से मार्केटिंग स्ट्रेटेजी बना सकते हैं बिना किसी रोक टोक के.

PPC के नुक्सान? – Disadvantage of PPC in Hindi?

निरंतर निवेश की मांग: इसमें जब तक आप पैसे लगा रहे हो तभी तक आपका PPC कैंपेन चलता है अगर पैसे लगाना बंद कर दोगे तो आपका कैंपेन भी बंद हो जाएगा. 

ROI बहुत उत्साहजनक नहीं होता है: इसमें ऐसा फिक्स नहीं है की आपने पैसे लगाया और आपको ROI मिल जाएगा.

बेहतर क्या है, SEO या PPC? कौनसा चुने? – What is Best SEO vs PPC in Hindi?

बहुत सारे लोग यह जानना चाहते हैं की उनके बेहतर ऑप्शन कौनसा हो सकता है SEO या PPC? यह बात इसपर निर्भर करता है की आपका बिज़नेस लक्ष्य क्या है? क्या आपका कम इन्वेस्टमेंट के साथ लॉन्ग टर्म लक्ष्य है? या ज्यादा इन्वेस्टमेंट के साथ शॉर्ट टर्म लक्ष्य है? इसके हिसाब से ही आप SEO और PPC में से एक को चुने. 

अगर आपका कम इन्वेस्टमेंट के साथ लॉन्ग टर्म लक्ष्य है? तो आप SEO के साथ जा सकते हैं लेकिन अगर आपका ज्यादा इन्वेस्टमेंट के साथ शॉर्ट टर्म लक्ष्य है? तो आप PPC Ad के साथ जा सकते हैं और अगर आपका लक्ष्य दोनों है तो आप दोनों के साथ भी जा सकते हैं.

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हमें आशा है की यह ब्लॉग पोस्ट पढ़ने के बाद आपके सवाल बेहतर क्या है, SEO या PPC? (What is Best SEO vs PPC in Hindi) इसमें से किसे चुनें? इस सवाल का जवाब आपको आसानी से मिल गया होगा. 

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