ब्रांड मार्केटिंग क्या है? [2022] | What is Brand Marketing in Hindi?

ब्रांड मार्केटिंग का इस्तेमाल कोई भी ब्रांड या कंपनी अपने प्रोडक्ट या सर्विस को प्रमोट करने के लिए करती है अगर आप जानना चाहते हैं की ब्रांड मार्केटिंग क्या होता है? कैसे काम करता है? और इसके कितने प्रकार हैं? तो यह ब्लॉग पोस्ट सिर्फ आपके लिए है इसे पढ़ने के बाद आपके सभी सवालों का जवाब आपको आसानी से मिल जाएगा।

ब्रांड मार्केटिंग क्या है? – What is Brand Marketing in Hindi?

आपको ब्रांड मार्केटिंग क्या है? यह समझने से पहले आपको यह समझना होगा की ब्रांड क्या होता है?

ब्रांड क्या होता है? – What is Brand in Hindi?

ब्रांड किसी भी कंपनी की एक लोगों के नज़रों में एक छवि होती है जिससे की वो खुद को अपने कॉम्पिटिटर कंपनी से अलग रखती है। ब्रांड कंपनी की व्यक्तिगत गुण और छवि होती है जो की लोगों से जुड़ने के लिए अपने Logo, आवाज, नाम, टैग लाइन और सुर (Music) का इस्तेमाल करती है। 

ब्रांड के कितने प्रकार हैं? – Types of Brands in Hindi?

ब्रांड मुख्यतः 3 प्रकार के होते हैं 

1) कंपनी या कारपोरेशन ब्रांड \

2) प्रोडक्ट ब्रांड 

3) पर्सनल ब्रांड 

ब्रांड मार्केटिंग के नियम सभी ब्रांड पर लागू होते हैं चाहे वो ब्रांड किसी भी प्रकार का क्यों न हो. अब तक तो आप यह समझ गए होंगे की ब्रांड क्या होता है? तो चलिए अब समझते हैं की ब्रांड मार्केटिंग स्ट्रेटेजी को कैसे बनाये?

ब्रांड मार्केटिंग क्या है? कैसे करते हैं?

ब्रांड मार्केटिंग एक प्रोसेस है जिसमें ब्रांड और कंस्यूमर के बीच में एक रिस्ता बनाया जाता है और उसे बढ़ाया जाता है। ब्रांड मार्केटिंग में किसी एक प्रोडक्ट या सर्विस को हाईलाइट करके मार्केटिंग नहीं किया जाता है बल्कि इसमें एक कंपनी को ब्रांड के रूप में दिखाकर मार्केटिंग किया जाता है। 

ब्रांड मार्केटिंग का लक्ष्य होता है मार्किट में कंपनी की वैल्यू को बढ़ाना। ब्रांड की मार्केटिंग करने के लिए डिजिटल, सोशल, और Advertising चैनल का इस्तेमाल किया जाता है। 

ब्रांड के गुण क्या होते हैं?

जिस तरह हम इंसानों के कुछ गुण या लक्षण होते हैं उसी तरिके से ब्रांड के भी कुछ गुण होते हैं। गुण का इस्तेमाल करके कस्टमर किसी भी ब्रांड की वैल्यू को समझ सकते हैं जैसे की ब्रांड से जुड़ा हुआ नाम, टैग लाइन, कलर, म्यूजिक, ईमानदारी, इनोवेटिव इत्यादि। 

ब्रांडिंग क्यों जरुरी है?

आज के समय में ब्रांडिंग बहुत जरुरी हो गया है क्यूंकि मार्केटप्लेस पर कई सारे बिज़नेस आ गए हैं इसलिए कस्टमर से एक असली कनेक्शन बनाना मुश्किल हो गया है। 

ब्रांडिंग एक कंपनी की मदद करता है अपने विचार को कस्टमर तक पहचानें के लिए बजाये इसके की कंपनी के प्रोडक्ट की विशेषताएं क्या है? कस्टमर को यह बताया जाता है की कंपनी के कोर यानी इसका मिशन क्या है और कस्टमर से कितना जुड़ कर रहे सकती है। 

इससे कस्टमर एक कंपनी को ब्रांड मानकर उससे लम्बे समय तक के लिए जुड़ा रहता है इसलिए कंपनी की ब्रांडिंग करना काफी जरुरी है। 

ब्रांड मार्केटिंग स्ट्रेटेजी कैसे बनाये?

ब्रांड स्ट्रेटेजी एक रोडमैप होता है जिसका इस्तेमाल करके कंपनियां अपने ब्रांड को बनाती हैं इसलिए एक अच्छा ब्रांड स्ट्रेटेजी बनाना बहुत जरुरी होता है। 

रिसर्च 

ब्रांड बनाने का सबसे पहला कदम यह रिसर्च करना होता है की कॉम्पिटिटर्स क्या और कैसे कर रहे हैं? और कस्टमर को यह बताना की कैसे हम अलग तरिके से आपके प्रॉब्लम को हल कर रहे हैं। इससे ब्रांड को यह समझ में आता है की कैसे वे अपने लक्ष्य को रियल रख सकते हैं और कैसे अपने आप को एक बड़ा ब्रांड बना सकते हैं। 

उद्देश्य 

जब कंपनी का कोई उद्देश्य या लक्ष्य होता है तो वे अपने ग्रोथ को माप सकते हैं की उनकी ब्रांड की वैल्यू कितनी बड़ी हो रही है। ब्रांड अपने कस्टमर के लिए क्या करती है? ऐसे कौनसे एक्सपीरियंस है जो की कस्टमर एक ब्रांड से उम्मीद रखता है? इन सभी सवालों का जवाब होना काफी जरुरी है इससे आपके कस्टमर आपसे और भी जुड़ते हैं।  

अपने कस्टमर को पहचाने 

ब्रांड स्ट्रेटेजी बनाते समय अपने कस्टमर के पर्सोना को जरूर बनायें इसके लिए आपको अपने कस्टमर के डेमोग्राफिक्स जैसे की उम्र, स्थान, पसंद, नापसंद इत्यादि और उनके बेहेवियर का इनफार्मेशन आपके पास जरूर होना चाहिए। 

ब्रांड की पहचान बनायें 

ब्रांडिंग में पहचान का मतलब होता है ऐसा हर एक एलिमेंट जिसे की कस्टमर देख सकता है जैसे की नाम, टैग लाइन, लोगो, कलर, इमेज इत्यादि। जब कस्टमर आपके ब्रांड को पहचानने लगते हैं तो उनके मन आपके ब्रांड की जागरूकता बढ़ जाती है। 

ब्रांड के मैसेज को बताएं 

आपके ब्रांड का कौनसा मैसेज है जिसका इस्तेमाल करके आप कस्टमर तक अपने मिशन के बारे में बताओगे। आप अपने कस्टमर को मैसेज के जरिये यह भी बताएं की आप क्या करते हैं कैसे आप उनके समस्या को हल कर रहे हैं। 

ब्रांड की दिशा निर्देशों को बनायें 

यह जरुरी है की आप ब्रांड के दिशा निर्देशों को बनायें जैसे की ब्रांड की आवाज कैसी होगी, इमेज का स्टाइल क्या होगा? कंटेंट का स्टाइल क्या होगा? लोगो कैसा होगा इत्यादि इससे आपके ब्रांड की वैल्यू आपके कस्टमर के नजरों में बढ़ जाती है। 

यह भी निर्धारित करें की आपके ब्रांड द्वारा कब और किसलिए डिजिटल चैनल का इस्तेमाल करके कस्टमर से जुड़ा जायेगा जैसे की ईमेल, सोशल मीडिया, वेबसाइट इत्यादि। 

ब्रांड के सफलता को मापें 

यह जरुरी है की आप अपने ब्रांड की सफलता को मापने के लिए लॉन्ग टर्म लक्ष्य और शॉर्ट टर्म के आधार पर सफलता मेट्रिक को बनायें। आपको ब्रांड की संतुष्टि को मापना चाहिए जो बताता है की कोई कस्टमर आपसे कितना वफादार और उसमें कितना जोश है। 

शुरु में आपको ब्रांड मार्केटिंग थोड़ा सा सरदर्द जैसा लग सकता है लेकिन इसलिए निचे बताये गए तीन बातों को हमेशा ध्यान में रखें:

1) ब्रांडिंग और मार्केटिंग दोनों अलग चीज़ है : कंपनी की पर्सनालिटी उसकी ब्रांड है और कैसे वे इसे लोगों तक पहुंचाते हैं यह मार्केटिंग हैं। 

2) रिसर्च में ज्यादा समय बिताएं : रिसर्च में ज्यादा समय बिताने से यह स्ट्रेटेजी बनाने के लिए आपकी मदद करेगा। 

3) ब्रांड के गुण को दिखाएँ न की बताएं : यह जरुरी है की आप अपने कस्टमर को यह न बताएं की आप भरोसेमंद है बल्कि उन्हें प्रोडक्ट और सर्विस देकर दिखाएँ की आप भरोसेमंद ब्रांड हैं। 

ब्रांड मार्केटिंग के ट्रेंड क्या हैं?

आज के समय में ब्रांड मार्केटिंग प्रोडक्ट मार्केटिंग से ज्यादा जरुरी चीज़ है क्यूंकि जब आप अपने ब्रांड की मार्केटिंग करते हैं तो इसमें सिर्फ आपके किसी एक प्रोडक्ट को पहचान नहीं मिलती बल्कि आपके पूरी कंपनी को लोग जानने लगते हैं। 

चलिए जानतें हैं ब्रांड मार्केटिंग के ट्रेंड्स के बारे में जिसका इस्तेमाल अधिक किया जा रहा है। 

प्रोग्रामैटिक Advertising का इस्तेमाल 

आप डिजिटल Ads का इस्तेमाल करके रियल टाइम में Ads को मॉनिटर और एनालाइज कर सकते हो इसलिए लोग अपने ब्रांड मार्केटिंग के लिए डिजिटल एड्स का इस्तेमाल करते हैं। 

कंटेंट मार्केटिंग का इस्तेमाल 

कंटेंट मार्केटिंग ब्रांड के जारूकता बढ़ाने का सबसे बेहतरीन तरीका है जिसमें आप कंटेंट को वीडियो, ब्लॉग, ऑडियो, और इमेज के फॉर्मेट में मार्केटिंग करने का इस्तेमाल कर सकते हो। 

Omnichannel का इस्तेमाल 

आप अपने ब्रांड को ओम्नीचैंनल एप्रोच का इस्तेमाल करके मार्केटिंग कर सकते हैं जैसे की OTT, ईमेल, सोशल मीडिया, ब्लॉग इत्यादि। 

ब्रांड मार्केटिंग के उदाहरण 

कई सारी कंपनियां अपने कस्टमर से इंटरैक्ट करते समय अपने ब्रांड के बारे में एक उद्देश्य बताते हैं जिससे की कस्टमर उस ब्रांड से सही से जुड़ पाता है। बड़ी कंपनियां जब अपने कस्टमर को टारगेट करती हैं तो वे उनसे पर्सनल तरीके से टारगेट करते हैं जिससे यह नहीं लगता है की उन्हें बेचा जा रहा है। 

चलिए जानतें हैं ब्रांड मार्केटिंग के ऐसे कुछ उदाहरण जिसका इस्तेमाल आपको जरूर करना चाहिए। 

एनालिटिक्स और ब्रांड मार्केटिंग का एक साथ इस्तेमाल 

जो कंपनी अपने ब्रांड की मार्केटिंग करने के लिए एनालिटिक्स का सहारा लेती हैं उनका सेल और ROI बहुत बढ़ जाता है ऐसा इसलिए क्यूंकि कंपनी ब्रांड की मार्केटिंग करने के साथ ही एनालिटिक्स पर यह भी चेक कर सकती है की किस पेज उन्हें ज्यादा क्लिक और कन्वर्शन मिल रहा है और फिर उसके हिसाब से वे उसे ऑप्टिमाइज़ कर सकते हैं। 

ब्रांड मार्केटिंग और प्रोडक्ट मार्केटिंग एक साथ करें 

आप गूगल एड्स के सर्च एड्स और डिस्प्ले एड्स का इस्तेमाल करके अपने ब्रांड की मार्केटिंग करने के साथ प्रोडक्ट की मार्केटिंग भी कर सकते हैं जिससे आपका ब्रांड और प्रोडक्ट दोनों ही नए कस्टमर तक आसानी से पहुँच सकता है। 

ब्रांडिंग & मार्केटिंग में क्या अंतर है? – Difference Between Branding & Marketing in Hindi?

अगर आप कंपनी की मार्केटिंग और ब्रांडिंग करना चाहते हैं तो आपको यह जरूर पता होना चाहिए की ब्रांडिंग और मार्केटिंग में क्या फरक है? तो चलिए समझते हैं। 
मार्केटिंग : जब आप अपने ब्रांड की जागरूकता लोगों में बढ़ाकर लीड और सेल लाते हो तो इसे मार्केटिंग कहा जाता है।

ब्रांडिंग : ब्रांडिंग यह होता है की कैसे आप यह एक्सप्रेस करते हैं आपका बिज़नेस किसके लिए है और आपकी कंपनी किस बारे में है। आप ऐसा भी कह सकते हैं की मार्केटिंग बिज़नेस उत्पन्न करने का एक टूलकिट है और ब्रांडिंग यह बताता है की कस्टमर तक पहुंचने का आपका दृष्टिकोण क्या है। 

मार्केटिंग करने के लिए ब्रांडिंग सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है इसलिए ब्रांडिंग मार्केटिंग से पहले आता है। 

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अब तक तो आप यह समझ गए होंगे की ब्रांड मार्केटिंग क्या होता है? (What is Brand Marketing in Hindi) कैसे काम करता है? ब्रांडिंग और मार्केटिंग में क्या अंतर है? इन सभी सवालों का जवाब आपको आसानी से मिल गया होगा। 

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