बज़्ज़ मार्केटिंग क्या है? 5 मिनट में समझें (2023) | What is Buzz Marketing in Hindi?

क्या आप भी डिजिटल मार्केटिंग का इस्तेमाल अपने बिज़नेस को मार्किट करने के लिए करते हैं तो बज़्ज़ मार्केटिंग (Buzz Marketing) आपके मार्केटिंग कैंपेन के लिए बहुत ज्यादा जरुरी है। यह ब्लॉग पोस्ट पढ़ने के बाद आपके सवाल बज़्ज़ मार्केटिंग क्या है? कैसे काम करता है? और इसके कितने प्रकार है? इन सभी सवालों का जवाब आपको आसानी से मिल जाएगा। 

बज़्ज़ मार्केटिंग क्या है? – What is Buzz Marketing in Hindi?

बज़्ज़ मार्केटिंग (Buzz Marketing) एक वायरल मार्केटिंग तकनीक है जिसका उद्देश्य है बज़्ज़ (चहल पहल) उत्पन्न करना जिससे टारगेट यूजर बोलकर आपके कैंपेन या प्रोडक्ट के बारे में लोगों तक सन्देश पहुंचायें। 

जब आप सही तरिके से बज़्ज़ मार्केटिंग करते हैं तो लोग आपके मार्केटिंग कैंपेन और प्रोडक्ट की चर्चा आपस में ही सोशल मीडिया प्लेटफार्म और एक दूसरे को बताकर करते हैं। 

बज़्ज़ मार्केटिंग के उदाहरण की बात करें तो कुछ ऐसा होगा की आप अपने प्रोडक्ट को कुछ इस तरह प्रमोट करते हैं की लोग आपके प्रोडक्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं और ऑनलाइन इसके बारे में शेयर कर सकते हैं जिससे मार्किट में आपके कैंपेन और प्रोडक्ट के बारे में चहल पहल (Buzz) शुरू हो जाती है। 

बज़्ज़ मार्केटिंग का इस्तेमाल मुख्य रूप से इन्फ्लुएंसर का इस्तेमाल करके किया जाता है जिसके सोशल मीडिया पर कई सारे followers होते हैं। क्यूंकि कस्टमर अपने इन्फ्लुएंसर की बात को जल्दी मान लेते हैं। 

बज़्ज़ मार्केटिंग कैसे काम करता है? – How Buzz Marketing Works in Hindi?

अभी तक तो आप यह समझ ही गए होंगे की बज़्ज़ मार्केटिंग क्या होता है? तो चलिए अब जानते हैं की बज़्ज़ मार्केटिंग कैसे काम करता है?
बज़्ज़ मार्केटिंग का मुख्य अंग है सोशल मीडिया जैस की ट्विटर और फेसबुक क्यूंकि ज्यादा तर कंपनियां इन्हीं दोनों प्लेटफार्म पर मौजूद है। 
ब्रांड्स सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके बज़्ज़ मार्केटिंग करने के लिए निचे बताये गए तरीकों का इस्तेमाल करती है :

  • प्रोडक्ट और सर्विस को प्रमोट करना 
  • कस्टमर के चिंता को हल करने की कोशिश करना 
  • कस्टमर का फीडबैक लेना 
  • कस्टमर से मेल जोल बना कर रखना 

कम्पनीज ऐसे कंटेंट को बना सकती हैं जो की शेयर किया जा सके और फिर कस्टमर इनके वेबसाइट पर लगातार आते रहते हैं और इनके कंटेंट को शेयर करते हैं। 
बज़्ज़ मार्केटिंग आज के आउट बाउंड मार्केटिंग तरिके से काफी अलग है जैसे की आउटबाउंड मार्केटिंग में कंपनी लोगों को Ad दिखाती है और सोचती है की कोई न कोई प्रोडक्ट में जरूर इंटरेस्ट होगा। 

लेकिन बज़्ज़ मार्केटिंग में कस्टमर को ऐसा अहसास कराया जाता है जैसे की उनसे कंपनी One-On-One बात कर रही है ऐसा करने से लोग कम्पनी के बारे में दूसरों को भी बताते हैं और सामने वाला उस कंपनी पर विश्वास भी कर लेता है। 

बज़्ज़ मार्केटिंग का सबसे बड़ा चैलेंज है सरप्राइज एलिमेंट को एक मार्केटिंग स्ट्रेटेजी में बनाये रखना। पॉप अप Ads और बैनर Ads का इस्तेमाल भी बज़्ज़ मार्केटिंग के लिए काफी अधिक किया जाता है। 

बज़्ज़ मार्केटिंग के उदाहरण 

ऐसे कई ऑनलाइन वीडियोस हैं जो की थोड़े हास्यास्पद, असामन्य, और विवादास्पद होते हैं ऐसा कंपनियां इसलिए करती हैं ताकि लोग वीडियो के बारे में अधिक से अधिक बात करें और सोशल मीडिया पर शेयर करें फिर कंपनियां उसी कंटेंट का इस्तेमाल करके अपने प्रोडक्ट को प्रमोट करती है। 
चलिए बज़्ज़ मार्केटिंग के कुछ उदाहरण को देखते हैं। 

Dell : साल 2016 में Dell कंपनी ने ब्रांड जागरूकता बढ़ाने के लिए उन्होंने कंपनी के ब्रांड एम्बेसडर को कॉलेज में भेजा जिससे सभी स्टूडेंट के लिए यह वक्त काफी यादगार हो गया था। 

गूगल सर्च रीयूनियन : गूगल ने एक “गूगल सर्च रीयूनियन” नाम से Ad कैंपेन लांच किया था जिसमें उसने बताया था की कैसे गूगल का इस्तेमाल करके दो दोस्त आपसे में मिले थे जिसमें एक दोस्त भारत और दूसरा दोस्त पाकिस्तान में था। 

तो चलिए अब जानतें हैं की बज़्ज़ मार्केटिंग के कितने प्रकार हैं?

बज़्ज़ मार्केटिंग कितने प्रकार के होते हैं? – Types of Buzz Marketing in Hindi?

जितने भी बज़्ज़ मार्केटिंग के तरिके हैं उन सभी का एक ही काम है ऐसा मार्केटिंग कम्पैन चलाना जिससे की लोग ब्रांड के बारे में लोगों को भी बताएं। 

1) आउटरेजियस बज़्ज़ मार्केटिंग (क्रूर) : ऑडियंस को शॉक करना बज़्ज़ बनाने का एक तरीका है और आउटरेजियस बज़्ज़ मार्केटिंग में कुछ ऐसा ही किया जाता है जिससे की ऑडियंस एक एकदम हक्के बक्के रह जाते हैं जैसे की इस वीडियो में iPhone को मिक्सर ग्राइंडर में ब्लेंड करके दिखाया गया था। 

2) टाबू बज़्ज़ मार्केटिंग (प्रतिबंधित) : टाबू बज़्ज़ मार्केटिंग में विवादास्पद माहौल पैदा किया जाता है जिससे की लोग इसके बारे में खूब चर्चा करते हैं लेकिन अगर टाबू बज़्ज़ मार्केटिंग को सही से नहीं किया जाए तो कभी कभी यह लोगों पर बुरा असर भी छोड़ देता है। 

3) सीक्रेट बज़्ज़ मार्केटिंग : किसी रहस्य का माहौल बनाने से बज़्ज़ भी बन जाता है। जब किसी ऐसे मार्केटिंग मटेरियल का इस्तेमाल किया जाता है जो की किसी अनजाने चीज़ के बारे में कुछ सुराग देता है तो इससे लोग इसमें काफी इंटरेस्ट होते हैं और इसके बारे में लोगों को भी बताते हैं। इस बज़्ज़ मार्केटिंग में कुछ ऐसे पंच लाइन का इस्तेमाल किया जाता है “मैं यह तुम्हें दिखाना नहीं चाहता लेकिन…” इस लोगों को लगता है वो कुछ नहीं जान सकते और वे लोगों को भी इसके बारे में बताते हैं। 

4) असामन्य बज़्ज़ मार्केटिंग : इस तरह के बज़्ज़ मार्केटिंग का इस्तेमाल उस वक्त किया जाता है जब किसी कंपनी  को अपने प्रोडक्ट या सर्विस को दूसरों से अलग बताना होता है जैसे की 2012 में Apple ने अपने iPhone को दूसरों से अलग बताया था। 

5) आनंददायक बज़्ज़ मार्केटिंग : इस तरह से बज़्ज़ मार्केटिंग का इस्तेमाल ऐसा माहौल बनाने के लिए किया जाता है जिससे की लोग काफी मज़ा आता है और उस कंपनी के बारे में लोगों को भी बताते हैं। 

6) अद्भुत बज़्ज़ मार्केटिंग : इस तरह का बज़्ज़ मार्केटिंग कस्टमर जो सोचता है उससे अधिक और अनूठा दिखाने के लिए इस तरह से बज़्ज़ मार्केटिंग का इस्तेमाल किया जाता है। 

बज़्ज़ मार्केटिंग कैंपेन कैसे बनायें?

लोग सीधे कंपनी पर विश्वाश नहीं करते है जितना की वे उस कंपनी के सोशल मीडिया कैंपेन पर विश्वास करते हैं इसलिए बज़्ज़ मार्केटिंग लोगों में उत्साह बनाने के लिए सबसे अच्छे मार्केटिंग तरीकों में से एक है। जब लोग किसी प्रोडक्ट के बारे में दूसरों को बोलकर बताते हैं तो लोग उसे जल्दी खरीदते हैं। 

चलिए जानतें हैं की कैसे आप बज़्ज़ मार्केटंग शुरू कर सकते हो। 

अपने लक्षित ऑडियंस को समझें 

कोई भी मार्केटिंग कैंपेन बनाने से पहले यह जानना जरुरी है की आप जिस ऑडियंस को टारगेट करने वाले हो उनका उम्र, लिंग, जगह, पेशा क्या है? तभी आप अपना कैंपेन सफल बना सकते हो। 

स्ट्रेटेजी बनायें 

एक बार जब आप अपने टारगेट ऑडियंस का लिस्ट बना लेते हो तो अब आपको बज़्ज़ मार्केटिंग के लिए स्ट्रेटेजी बनाना चाहिए। 

सही बज़्ज़ मार्केटिंग चुनें 

अब जैसा की हमने आपको बताया की मार्केटिंग स्ट्रेटेजी बनाएं तो उसके बाद यह जरुरी है की आप जो भी बज़्ज़ मार्केटिंग स्ट्रेटेजी चुनें वह बिलकुल सही होना चाहिए। 

इनाम दें 

जब आप अपने बज़्ज़ मार्केटिंग कैंपेन को शुरू करते हैं तो जो भी ऑडियंस आपके कैंपेन के प्रति प्रतिक्रिया दे उसको कुछ इनाम दें जिससे की वे आपसे लम्बे समय तक जुड़े रहेंगे। 

Influencer मार्केटिंग 

किसी भी Influencer का प्रभाव लोगों पर अधिक पड़ता है इसलिए अपने बज़्ज़ मार्केटिंग में आप Influencer का भी सहारा ले सकते हैं। 

रिजल्ट मॉनिटर करें 

एक बार जब आपका कैंपेन शुरू हुए कुछ समय हो जाता है तो उसके रिजल्ट को मॉनिटर करें और अपने गलती को सुधार के रिजल्ट को बढ़ाएं। 

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हमें आशा है की यह ब्लॉग पोस्ट पढ़ने के बाद आपके सवाल बज़्ज़ मार्केटिंग क्या है? (What is Buzz Marketing in Hindi) और इसके कितने प्रकार हैं? इन सभी का जवाब आपको आसानी से मिल गया होगा। 

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