कंस्यूमर बिहैवियर क्या है? (2023) | What is Consumer Behaviour in Hindi?

अगर आप डिजिटल मार्केटिंग फील्ड में काम करते हैं तो आप कंस्यूमर बिहैवियर के बारे में जानते ही होंगे और अगर नहीं जानते तो यह आर्टिकल सिर्फ आपके लिए है क्यूंकि इसमें मैंने अच्छी तरह से समझाया है की कंस्यूमर बिहैवियर क्या है? और मार्केटर को इसे समझना जरुरी क्यों है? – What is Consumer Behaviour in Hindi?

कंस्यूमर बिहैवियर क्या है? – What is Consumer Behaviour in Hindi?

कंस्यूमर बिहैवियर (Consumer Behaviour) ऐसे लोगों के कार्य और निर्णय का एक प्रोसेस है जो की खुद के इस्तेमाल के लिए बाजार से सामान या कोई सर्विस खरीदते हैं.

हिंदी में बिहैवियर (Behaviour) का अर्थ होता है “व्यव्हार“और कंस्यूमर का अर्थ है “ग्राहक“.  

जब कंस्यूमर (Customer) कोई ऐसा सामान खरीदते हैं जो की उनके जरूरतों को पूरा करता है तो खरीदते समय जब वे निर्णय लेते हैं तो वे कैसा बर्ताव करते हैं इस चीज़ की पढाई को ही कंस्यूमर बाइंग बिहैवियर स्टडी (Consumer Buying Behaviour Study) कहा जाता है जिसे समझ कर आप अपने ग्राहक के दिमाग को पढ़ सकते हैं.

कंस्यूमर के बिहैवियर अर्थात उनके बर्ताव को समझकर आप यह निर्णय ले सकते हैं की ऐसा कौनसा कारण होता है जिसके वजह से कंस्यूमर किसी भी प्रोडक्ट को खरीदने का निर्णय लेता है.

अगर आप अपने कस्टमर के खरीदारी व्यवहार को समझना चाहते हैं तो आपको कस्टमर के खरीदारी बर्ताव या बाइंग बिहैवियर की अच्छी तरह से पढाई करना होगा. इसे पढ़ने के बाद आप यह समझ पाओगे की कस्टमर किसी भी सामान को खरीदने के लिए क्या सोचते हैं और किस वजह से खरीदने के निर्णय लेते हैं.

आप अपने कस्टमर के पसंद और ना पसंद को अच्छी तरह से समझ सकते हैं और उसी हिसाब से अपने कस्टमर के लिए मार्केटिंग कैंपेन चालू कर सकते हैं.

कस्टमर के खरीदारी व्यवहार की पढाई करके आप विभिन्न प्रकार के प्रश्नों के उत्तर आसानी से मालूम कर सकते हैं जैसे की कंस्यूमर अधिकतर क्या खरीदते हैं? वे क्यों खरीदते हैं? वे कब खरीदते हैं? वे कितने समय में कितन खरीदते हैं? वे किस वजह से खरीदते हैं? जैसे और भी प्रश्नों के जवाब पता लगा सकते हो. 

कंस्यूमर बिहैवियर को कैसे समझें? – How to Understand Consumer Behaviour in Hindi?

कंस्यूमर के बिहैवियर यानी की खरीदारी व्यवहार को समझना चाहते हो तो एक बार में पूरी मार्किट के कंस्यूमर पर शोध न चालू करें बल्कि छोटे छोटे पार्ट के रूप में मार्किट में कंस्यूमर के व्यवहार को एनालाइज करें और समझें. 

कंस्यूमर के खरीदारी व्यवहार को समझने के लिए आप निचे बताये गए चीज़ों पर काम कर सकते हो 

  • सर्वे का इस्तेमाल करके लोगों से उनके बारे में जानने की कोशिश करें 
  • कस्टमर जब खरीदारी करे तो उनके व्यव्हार को रिकॉर्ड करें और समझें 

जब आप एक बार कस्टमर के व्यवहार को समझ जाते हैं तो आप उन्हें उनके लायक प्रोडक्ट या सर्विस को प्रमोट कर सकते हैं और अगर आपने सही तरिके से शोध किया होगा तो वे जरूर खरीदेंगे. 

कस्टमर कितने प्रकार के होते हैं? – Types of Consumer in Hindi?

कस्टमर मुख्यतः 4 प्रकार के होते हैं और आपको इन सभी को समझना होगा तभी आप उनके हिसाब से उनके लिए प्रोडक्ट बना सकते हो और मार्केटिंग कर सकते हो तो चलिए जानतें हैं कस्टमर के प्रकार. 

1) डायरेक्टर कस्टमर : इस प्रकार के कस्टमर को जब जो खीरदना होता है उसी समय वे उस सामान को खरीदतें हैं और पैसे को खर्च करने में नहीं कतराते. 

2) विश्लेषणात्मक कस्टमर : इस तरह के कस्टमर कुछ भी खरीदने से पहले प्रोडक्ट या सर्विस के बारे में पूरी जानकारी अच्छी तरह से जानने की कोशिश करते हैं और इन्हें कुछ बेचने के लिए आपको प्रोडक्ट के बारे में पूरी जानकारी रखनी होगी. 

3) अपनापन दिखाने वाले कस्टमर : ऐसे कस्टमर जब एक बार कोई प्रोडक्ट खरदीते हैं तो वे उस कंपनी के साथ लम्बे समय के लिए जुड़ जाते हैं अगर प्रोडक्ट अच्छा है तो.

4) सोशल कस्टमर : ऐसे कस्टमर जब आपके पास कोई प्रोडक्ट खरीदते हैं और उन्हें लगता है की उन्होंने कोई दोस्त बनाया है तो वे फिर से आपके पास ही प्रोडक्ट खीरदते हैं. 

कंस्यूमर बिहैवियर समझना क्यों जरुरी है? – Need of Consumer Behaviour in Hindi?

हर एक कंपनी को कंस्यूमर के व्यवहार को समझना जरुरी है इससे वे अपने वर्तमान के प्रोडक्ट और भविष्य के प्रोडक्ट में कस्टमर के मांग के हिसाब से सुधार कर सकते हैं.

अलग अलग कंस्यूमर को पहचान सकते हो 

अगर आप एक तरह से कंस्यूमर का ग्रुप बनाना चाहते हो जिनका सभी का व्यवहार एक जैसा है तो आपको कंस्यूमर के बिहैवियर को समझना होगा. 

आप अपने कस्टमर को बनाये रख सकते हो 

एक बार जब आप कस्टमर के बिहैवियर को समझ कर उसे प्रोडक्ट बेचते हो और जब उन्हें वह प्रोडक्ट पसंद आता है तो वे दुबारा बार बार आपसे ही खरीदेंगे इससे आपके कस्टमर आपके साथ ही बने रहेंगे.

उचित मार्केटिंग प्लान बना सकते हो  

जब आप कस्टमर के बिहैवियर को समझ जाते हैं तो आप अपने प्रोडक्ट या सर्विस की मार्केटिंग के लिए उनके हिसाब से उचित प्लान बना सकते हो और सही तरिके से प्लान पूरा करने से आपके प्रोडक्ट के बिकने की संभावना काफी अधिक होगी. 

आप भविष्य के मार्किट ट्रेंड को जान सकते हो 

कस्टमर के बिहैवियर को जानने के बाद आप यह पता लगा सकते हो की आने वाले समय में लोगों को किस तरह का प्रोडक्ट पसंद आएगा जो की आपके एक्स्ट्रा पैसे और समय को बचा सकता है.

कॉम्पिटिटर से आगे रहेंगे 

अगर आपका कॉम्पिटिटर कंस्यूमर बिहैवियर को समझने के लिए काम नहीं कर रहा है तो इससे आपको काफी अच्छा फायदा मिलेगा और आप अपने प्रतिद्वंदी हमेशा ऊपर ही रहेंगे जब तक वे आपसे अच्छा नहीं करते.

आपके प्रोडक्ट में नयापन आएगा  

एक ही प्रोडक्ट जब कस्टमर बार बार इस्तेमाल करते हैं तो उन्हें बोरिंग जैसा लगता है और अगर आप इस बात को समझ जाते हो तो आप भी अपने प्रोडक्ट में नयापन ला सकते हैं जो की कस्टमर को पसंद आये.

जब तक आप अपने कस्टमर के बिहैवियर अर्थात उसके व्यवहार को नहीं समझोगे तब तक आप यह नहीं जान सकते की उन्हें क्या पसंद है और तब तक आप उनके पसंद के हिसाब से प्रोडक्ट भी नहीं बना सकते हो इसलिए कंस्यूमर बिहैवियर को समझना काफी जरुरी है.

यह भी पढ़ें:

ईमेल मार्केटिंग क्या है? कैसे सीखे? 

कीवर्ड और Keyword रिसर्च क्या होता है?

हमें आशा है की यह ब्लॉग पोस्ट पढ़ने के बाद आपके सवाल कंस्यूमर बिहैवियर क्या है? (What is Consumer Behaviour in Hindi) और इसे कैसे समझते हैं इसका जवाब आपको अच्छे से समझ में आ गया होगा.  

Leave a Comment