जैसे जैसे आप डिजिटल मार्केटिंग को एक्स्प्लोर करोगे आपको पता चलेगा की लैंडिंग Page जैसा कुछ होता है जिसका इस्तेमाल करके आप लीड लाते हो, अगर आप जानना चाहते हैं की लैंडिंग पेज क्या होता है और इसे कैसे बनाते हैं तो यह ब्लॉग पोस्ट सिर्फ आपके लिए है – What is Landing Page in Hindi?
लैंडिंग पेज क्या होता है? कैसे बनाये? – What is Landing Page in Hindi?
वैसे तो जिस भी पेज पर कस्टमर पहले विजिट करता है उसे ही लैंडिंग पेज कहा है लेकिन मार्केटिंग में एक सिंगल पेज जहाँ कस्टमर विजिट करता है और उस पेज का कुछ मकसद होता है जो की कस्टमर के लिए होता है उसी सिंगल पेज को लैंडिंग पेज कहा जाता है.
आप लैंडिंग पेज का इस्तेमाल कस्टमर को ऑफर देने या कुछ जानकारी देकर उनका कांटेक्ट इन्फॉर्मेशन लेने के लिए कर सकते हैं इसके अलावा भी कई अन्य कामों के लिए लैंडिंग पेज का इस्तेमाल किया जाता है.
मुख्य रूप से लैंडिंग पेज का इस्तेमाल लीड लाने के लिए किया जाता है जैसे की अगर आपको किसी कस्टमर के फ़ोन नंबर चाहिए तो आप एक लैंडिंग पेज बना सकते हो और उसमें उनका फ़ोन नंबर लेने के बदले उन्हें आप फ्री में E-Book दे सकते हो.
e-Commerce कंपनियां भी अपने कस्टमर के ईमेल या फ़ोन नंबर लेने के लिए लैंडिंग पेज का इस्तेमाल करती हैं. एक अच्छे लैंडिंग पेज का काम होता है कस्टमर को उनके जरुरत के हिसाब से कंटेंट देना और उनका कांटेक्ट डिटेल लेना.
लैंडिंग पेज के प्रकार – Types of Landing Page in Hindi?
जब कोई कस्टमर आपके वेबसाइट के लैंडिंग पेज पर आता है तो उसे यह नहीं मालूम चलता है की असल में करना क्या है इसके लिए उसे पुरे होम पेज को अच्छे से देखना होता है लेकिन सिंगल पेज लैंडिंग पेज में ऐसा नहीं होता है.
जब कोई कस्टमर सिंगल पेज वाले लैंडिंग पेज पर आता है तो उसे यह साफ़ दिखता है की उसे वहां क्या करना है और क्या मिलेगा इससे वे आपके कस्टमर बने के एक कदम और नजदीक आ जाते हैं.
मुख्यतः लोग अपने लैंडिंग पेज पर ट्रैफिक लाने के लिए PPC Ads का सहारा लेते हैं जिसमे पैसे लगाने होते हैं इसलिए यह जरुरी है की आपका लैंडिंग पेज बिलकुल सही होना चाहिए तभी आपको फायदा हो सकता है.
तो चलिए जानते हैं लैंडिंग पेज के अलग अलग प्रकार कौनसे हैं?
लीड लाने वाला लैंडिंग पेज
इस तरह से लैंडिंग पेज को मुख्य रूप से कस्टमर को कुछ फ्री में देकर उनका कांटेक्ट डिटेल जैसे की ईमेल या नंबर पाने के लिए बनाया जाता है.
इसमें आप अपने कस्टमर का कांटेक्ट डिटेल मांगने के लिए कांटेक्ट फॉर्म का इस्तेमाल करते हैं. इसमें कस्टमर के लिए कुछ जानकारी भी होता है.
क्लिक-थ्रू लैंडिंग पेज – CTR
इस तरह से लैंडिंग पेज का इस्तेमाल करके कस्टमर को Ads का इस्तेमाल करके दूसरे पेज पर ले जाने के लिए किया जाता है जैसे की e-Commerce कंपनी एक Ad चलाकर लोगों को क्लिक-थ्रू लैंडिंग पेज पर लाती है और फिर कुछ जानकारी देकर उसे अपने वेबसाइट पर लेकर जाती है.
इस तरह से लैंडिंग पेज में कस्टमर के कोई डिटेल नहीं मांगा जाता है और न ही इसमें कांटेक्ट फॉर्म होता है.
स्क्वीज़ पेज
स्क्वीज़ पेज का इस्तेमाल मुख्य रूप से कस्टमर को कुछ मुफ्त में देकर उनके ईमेल को पाने के लिए किया जाता है लेकिन इसमें कस्टमर के लिए कोई जानकारी नहीं होता है जैसे की लीड वाले लैंडिंग पेज में होता है.
यह बहुत छोटे होते हैं इसमें सीधा हैडलाइन होता है और कांटेक्ट पाने के लिए फॉर्म होता है.
सेल्स पेज
सेल्स पेज का इस्तेमाल अपने कस्टमर को कुछ बेचने के लिए किया जाता है और इसे डिज़ाइन करना काफी कठिन होता है क्यूंकि इसे डिज़ाइन करने के लिए आपको कस्टमर के जरुरत को समझना होगा नहीं तो आप उसे प्रोडक्ट खरीदने के लिए मना नहीं पाओगे.
इस तरह से लैंडिंग पेज का इस्तेमाल सेल्स फ़नल के अंत में किया जाता है और इसमें कस्टमर के कांटेक्ट डिटेल पाने के लिए कनैक्ट फॉर्म नहीं होता है.
Infomercial पेज
यह पेज स्क्वीज़ पेज और लीड लाने वाले पेज का मिक्सचर होता है इसमें एक कहानी जैसा प्रोडक्ट के खूबियों के बारे में लिखा जाता है और कस्टमर को प्रोडक्ट खरीदने के लिए राज़ी किया जाता है.
स्प्लैश पेज
स्प्लैश पेज बहुत ही साधारण होता है जिसमे यूजर से हाँ या ना के जवाब पाने के लिए प्रश्न पूछा जाता है जैसे की वेबसाइट पर आगे जाने से पहले उनका उम्र पूछने के लिए या उनकी भाषा पूछने के लिए.
माइक्रोसाइट
जैसा की इसके नाम से ही पता चलता है की यह एक छोटे वेबसाइट के जैसा ही होता है और इसमें कई सारी जानकारियां भरी होती है. यह लैंडिंग पेज मुख्य रूप से Ads को चलाते समय इस्तेमाल किया जाता है.
लैंडिंग पेज का इस्तेमाल क्यों करना चाहिए? – Need of Landing Page in Hindi?
आपके पास तो एक अच्छी वेबसाइट तो यह लेकिन अगर आपके वेबसाइट पर उचित ट्रैफिक और लीड नहीं आ रहा है तो उसका कुछ फायदा नहीं है इसलिए लैंडिंग पेज का इस्तेमाल उचित कस्टमर को वेबसाइट तक लाने के लिए किया जाता है
.अगर आपके पास नए यूजर हैं और उन्हें आप कस्टमर में कन्वर्ट करना चाहते हैं तो उन्हें समय समय पर ईमेल भेजकर अपने लैंडिंग पेज पर ला सकते हो और प्रोडक्ट की जानकारी देकर उन्हें अपना कस्टमर बना सकते हो.
अगर आपके पास यूजर नहीं हैं तो आप Ads चला सकते हो और सीधे यूजर को लैंडिंग पेज पर ला सकते हो और उन्हें कुछ फ्री में देकर जैसे की ई-बुक देकर उनका कांटेक्ट डिटेल ले सकते हो और फिर उन्हें भी अपना कस्टमर बना सकते हो.
68% B2B मार्केटर अपने भविष्य के कस्टमर को कन्वर्ट करने के लिए लैंडिंग पेज का ही इस्तेमाल करते हैं, लोगों को लगते है की लैंडिंग पेज बनाना कठिन है लेकिन ऐसा ही है आप आसानी से लैंडिंग पेज बनाकर लीड ला सकते हैं.
अच्छा लैंडिंग पेज कैसे बनाते हैं?
एक अच्छा लैंडिंग पेज बनाना काफी जरुरी है अगर आप भी एक अच्छा लैंडिंग पेज बनाना चाहते हैं तो निचे बताये गेय स्टेप को पूरा करें.
अपने वादे को पूरा करें
मान लो आप यूजर को लैंडिंग पेज लाकर उसका ईमेल आईडी लेना चाहते हो उसके बदले उन्हें फ्री में ई-बुक देने के लिए कहते हो तो अपने इस वादे को आप पूरा जरूर करें नहीं तो यूजर का भरोसा आपसे उठ जाएगा.
लैंडिंग पेज पर सिर्फ जरुरी कंटेंट रखें
अगर आप लैंडिंग पेज पर फालतू के टेक्स्ट रखेंगे तो इससे यूजर का ध्यान हट जाता है इसलिए यह जरुरी है की आपके लैंडिंग पेज पर सिर्फ काम की चीज़ें होनी चाहिए.
कांटेक्ट फॉर्म को सरल रखें
यूजर से उनका कांटेक्ट नंबर लेते समय कांटेक्ट फॉर्म को एकदम सरल रखें और फ़िज़ूल में उनका एड्रेस लेकर समय खराब ना करें.
लैंडिंग पेज थैंक यू पेज भी रखें
जब कोई यूजर आपके कांटेक्ट फॉर्म में डिटेल भरता है तो यह भी जरुरी है की आप उन्हें थैंक यू पेज दिखाएं और उनका धन्यवाद करें इससे यूजर आपसे और भी जुड़ना चाहेगा.
अन्य सोशल मीडिया का लिंक भी दें
जब कोई यूजर आपके लैंडिंग पेज से खुश हो जाता है तो वह आपके साथ जुड़ने के लिए सोशल मीडिया लिंक भी ढूढ़ता है इसलिए यह जरुरी है की आप अपने लैंडिंग पेज में अपने सोशल मीडिया अकाउंट का लिंक जरूर रखें.
अगर आपका लैंडिंग पेज अच्छा होगा तो यूजर आपके लैंडिंग पेज से जुड़े रहेंगे और अगर उन्हें ऑफर अच्छा लगता है तो वे आपके कस्टमर भी बन सकते हैं.
हमें आशा है की यह ब्लॉग पोस्ट पढ़ने के बाद आपके सवाल लैंडिंग पेज क्या है? (What is Landing Page in Hindi) इसके कितने प्रकार हैं? इन सभी सवालों का जवाब आपको मिल गया होगा.
विकास तिवारी पिछले 3 सालों से पैसे कैसे कमाएं, बिज़नेस आइडियाज, और इंटरनेट से जुडी जानकारी आप सभी के साथ साझा कर रहे हैं। किसी भी टॉपिक को आसान भाषा में बताना इन्हें अच्छा लगता है।