अगर आप डिजिटल मार्केटिंग शुरू कर रहे हैं या फिर अपना ब्लॉग शुरू कर रहे हैं तो आपको यह जरूर पता होना चाहिए की आर्गेनिक ट्रैफिक क्या होता है? इनऑर्गेनिक ट्रैफिक क्या होता है? और वेबसाइट पर आने वाले ट्रैफिक के कितने प्रकार हैं? – What is Organic Traffic in Hindi?
इस ब्लॉग पोस्ट को अच्छे से पढ़ने के बाद आर्गेनिक ट्रैफिक और वेबसाइट के सभी ट्रैफिक से जुड़े सवालों के जवाब आसानी से मिल जाएंगे इसलिए इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें.
आपके वेबसाइट पर अगर लोग नहीं आ रहे हैं तो आपका बिज़नेस घाटे में जा सकता है इसलिए यह काफी जरुरी है की आपको वेबसाइट ट्रैफिक के अलग अलग स्रोतों की जानकरी होनी चाहिए.
आर्गेनिक ट्रैफिक क्या होता है? – What is Organic Traffic in Hindi?
आपके वेबसाइट पर जो ट्रैफिक सर्च इंजन से आता है बिना पैसा दिए उसे ही आर्गेनिक ट्रैफिक कहा जाता है चलिए इसे एक उदाहरण से समझते हैं आपने गूगल पर सर्च किया होगा “आर्गेनिक ट्रैफिक क्या होता है?” उसके बाद आपने इस ब्लॉग के लिंक पर क्लिक करके इसपर आ गए तो अब हमारी इस वेबसाइट के लिए आप एक आर्गेनिक ट्रैफिक हैं.
आर्गेनिक ट्रैफिक अन्य सभी ट्रैफिक से काफी ज्यादा महत्वपूर्ण होता हैं क्यूंकि यह फ्री में आता है और जो लोग भी वेबसाइट पर आते हैं वे सभी टार्गेटेड ट्रैफिक होते हैं.
इनऑर्गेनिक ट्रैफिक क्या है? सर्च इंजन से SEO के अलावा आपके वेबसाइट पर जितने भी ट्रैफिक आते हैं उन सभी ट्रैफिक को इनऑर्गेनिक ट्रैफिक कहा जाता है जिसे हम आगे और भी अच्छे से समझेंगे.
ट्रैफिक के कितने प्रकार हैं? – Types of Website Traffic in Hindi?
वेबसाइट पर लोग अलग अलग जगह से आते हैं जैसे कोई सोशल मीडिया से तो कोई सर्च इंजन से इसीलिए वेबसाइट के ट्रैफिक अलग अलग प्रकार के होते हैं.
डायरेक्ट ट्रैफिक
ऐसा ट्रैफिक जो की किसी रेफेरिंग वेबसाइट से नहीं आ रहा होता है बल्कि अनजाने सोर्स से आता है उसे डायरेक्ट ट्रैफिक कहा जाता है.
आर्गेनिक ट्रैफिक
आर्गेनिक ट्रैफिक ऐसा ट्रैफिक है जो की आपके वेबसाइट पर सर्च इंजन से आता है लेकिन आप उसके पैसे नहीं देते हैं उसे ही आर्गेनिक ट्रैफिक कहा जाता है.
आर्गेनिक ट्रैफिक लाने के लिए आपको SEO की समझ होनी चाहिए तभी आप आर्गेनिक ट्रैफिक अपने वेबसाइट पर ला सकते हैं.
पैसे देकर सर्च इंजन से लाया गया ट्रैफिक
इस प्रकार के ट्रैफिक को लाने के लिए आप सर्च इंजन को पैसे देते हैं जैसे की जब भी आप गूगल पर कुछ सर्च करते हैं तो आपने SERP (रिजल्ट पेज) पर जरूर कोई Ad देखा होगा जब लोग इस Ad पर क्लिक करते हैं तो जिसका Ad होता है वह गूगल को हर एक क्लिक का पैसे देता है.
इसे PPC Ad भी कहा जाता है. इस तरह के ट्रैफिक अपने वेबसाइट पर लाने के लिए आपको अच्छे खासे पैसे की जरुरत होती है.
सोशल ट्रैफिक
जो भी ट्रैफिक आपके वेबसाइट पर किसी भी सोशल मीडिया जैसे की फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम इत्यादि से आता है उसे सोशल ट्रैफिक कहा जाता है.
ईमेल ट्रैफिक
आपके वेबसाइट पर जो भी ट्रैफिक ईमेल के जरिये आता है उसे ईमेल ट्रैफिक कहा जाता है. ईमेल से अपने वेबसाइट पर ट्रैफिक लाने के लिए ईमेल मार्केटिंग का इस्तेमाल सबसे अधिक किया जाता है.
रेफरल ट्रैफिक
जो ट्रैफिक आपके वेबसाइट पर किसी और वेबसाइट से आता है तो उसे रेफरल ट्रैफिक कहा जाता है. अगर आप अपने वेबसाइट पर रेफेरल ट्रैफिक लाना चाहते हैं तो आपको अपने वेबसाइट का लिंक किसी और भी वेबसाइट पर देना होगा.
आप क्वोरा और मीडियम जैसे वेबसाइट पर अपने वेबसाइट का लिंक देकर रेफेरल ट्रैफिक ला सकते हैं.
other
जब आपके वेबसाइट पर आया हुआ ट्रैफिक ऊपर बताये गए किसी भी केटेगरी में नहीं आता है तो उस ट्रैफिक को other ट्रैफिक की केटेगरी में रखा जाता है.
अब आप अलग अलग प्रकार के ट्रैफिक के बारे में जान गए हो लेकिन आपको यह जानना काफी जरुरी है की डायरेक्ट ट्रैफिक कैसे आता है क्यूंकि इसे समझना थोड़ा कठिन है तो चलिए इसे समझते हैं.
डायरेक्ट ट्रैफिक क्या है? – What is Website Direct Traffic in Hindi?
लोग समझते हैं की जब कोई विजिटर उनके वेबसाइट का URL डालकर और bookmark करके उनके वेबसाइट पार आता है तो उसे डायरेक्ट ट्रैफिक कहा जाता है लेकिन यह पूरा सच नहीं हैं.
Search Engine Lang की एक रिसर्च के मुताबती 60% डायरेक्ट ट्रैफिक सर्च इंजन से ही आता है.
यह कैसे काम करता है?
जब कोई विजिटर आपके वेबसाइट पर आता है तो यह निश्चित नहीं है की ब्राउज़र हमेशा वह ट्रैफिक कहा से आया इसे analyse करेगा. जब आपका Analytics टूल यह नहीं जान पता की ट्रैफिक कहा से आया तो उसे वह डायरेक्ट ट्रैफिक के लिस्ट में डाल देता है.
और जब आपके वेबसाइट पर ट्रैफिक सर्च इंजन से आता है वो भी मुफ्त में तो उसे आर्गेनिक ट्रैफिक कहा जाता है.चलिए यह जानते हैं की वेबसाइट पर आर्गेनिक ट्रैफिक कैसे लाएं.
वेबसाइट पर आर्गेनिक ट्रैफिक कैसे लाएं?
जैसा की मैंने बताया जो ट्रैफिक सर्च इंजन से आपके वेबसाइट पर आता है उसे आर्गेनिक ट्रैफिक कहते हैं तो अगर आपको आर्गेनिक ट्रैफिक बढ़ाना है फिर इसके लिए आपके वेबसाइट को सर्च इंजन के पहले पेज पर रैंक कराना होगा तभी लोग आपके वेबसाइट को देखेंगे और उसपर क्लिक करेंगे.
वेबसाइट को गूगल के पहले पेज पर लाने के लिए वेबसाइट का SEO करना काफी जरुरी है उसके बिना आपका वेबसाइट गूगल के पहले पेज पर रैंक कराना बहुत ही कठिन है.
इसलिए सबसे पहले आप SEO को अच्छे से सीखें उसके बाद आप अपने वेबसाइट के वेब पेज को सर्च इंजन जैसे की गूगल पर आसानी से रैंक करा सकते हैं इससे आपके वेबसाइट का आर्गेनिक ट्रैफिक भी बढ़ेगा.
आर्गेनिक ट्रैफिक और डायरेक्ट ट्रैफिक में क्या फरक है?
आर्गेनिक ट्रैफिक सर्च इंजन से आता है और जब लोग ब्राउज़र पर आपके वेबसाइट का URL लिखकर विजिट करते हैं तो उसे डायरेक्ट ट्रैफिक कहा जाता है कभी कभी एनालिटिक्स टूल सही डाटा न होने के वजह से आर्गेनिक ट्रैफिक और डायरेक्ट ट्रैफिक में अंतर् नहीं समझ पाता.
चलिए एक उदाहरण से इनके बीच का अंतर् समझते हैं “अगर आप Nike शूज के फैन हैं तो आप ब्राउज़र में सीधे Nike.com लिखकर उनके वेबसाइट से शूज खरीद लोगे इसे ही डायरेक्ट ट्रैफिक कहा जाता है” अब मान लो आप गूगल में जाकर सर्च करते हो “सबसे अच्छा जूता” तो Ad के अलावा सर्च इंजन पर जो भी लिंक पर क्लिक करोगे तो वह ट्रैफिक आर्गेनिक ट्रैफिक होगा.
हमें आशा है की यह ब्लॉग पोस्ट पढ़ने के बाद आपके सवाल आर्गेनिक ट्रैफिक क्या है? (What is Organic Traffic in Hindi) ट्रैफिक के अलग अलग प्रकार क्या है? और डायरेक्ट ट्रैफिक तथा आर्गेनिक ट्रैफिक के बीच क्या अंतर् है इन सभी सवालों का जवाब आसानी से मिल गया होगा.
विकास तिवारी पिछले 3 सालों से पैसे कैसे कमाएं, बिज़नेस आइडियाज, और इंटरनेट से जुडी जानकारी आप सभी के साथ साझा कर रहे हैं। किसी भी टॉपिक को आसान भाषा में बताना इन्हें अच्छा लगता है।